6 Best Hindi Facts about Ratan Tata | रतन टाटा के बारे में रोचक तथ्य

Hindi Facts about Ratan Tata लेकर आज हम आपके सामने आए हैं। बिजनेस की दुनिया में रतन टाटा का नाम बड़ी इज्जत के साथ लिया जाता है। यह भी माना जाता है कि जिस कंपनी पर Ratan Tata जी का पैसा लग गया समझो उस कंपनी को सक्सेस होने से कोई नहीं रोक सकता। 

भारत भर में Ratan Tata जी के बारे में हर कोई जानता है और कई बातें डिटेल्स में होर जानना चाहते हैं। उन्हीं सभी के लिए Hindi Facts about Ratan Tata लेकर आएं हैं। दोस्तों हम इंसानों की फितरत होती है, पैसा आया तो साथ में दिखावा भी साथ में लाता है, लेकिन कुछ लोगों में सिंपलीसिटी ही इनका दिल दिखा देती है। टाटा कंपनी के रतन टाटा भी कुछ इसी तरह की शक्षियत रखते हैं। 

इस पोस्ट के जरिए हम भारत के गर्व टाटा समूह के अभिन्न अंग रतन टाटा के बारे में कई बातें जानेंगे (About Ratan Tata in Hindi)। बिना समय व्यर्थ किए बढ़ते हैं आज के टॉपिक पर।

Ratan Tata का जन्म | Birth of Ratan Tata

टाटा कंपनी के पांचवे अध्यक्ष रतन टाटा का जन्म सूरत में 28 दिसंबर 1937 को हुआ था। रतन टाटा गुजरात राज्य के सूरत जो की आज दुनिया का 95% हीरा उत्पाद करता है, वहां हुआ। पिता का नाम नवल टाटा और मां का नाम सूनी टाटा था। 

जब रतन टाटा अपने जीवन के 10 वर्ष पुरे कर चुके थे तब किसी कारण उनके माता पिता में मनमुटाव के चलते अलग होना पड़ा, उस वक्त रतन टाटा की परवरिश उनकी दादी नवजबाई टाटा ने की थी।

रतन टाटा की लव स्टोरी | love Story of Ratan Tata

दोस्तों पूरे विश्व में रतन टाटा ने अपनी इज्जत बनाई है, और अपने उम्र के इस मोड़ पर भी रतन टाटा जी की फैन फॉलोइंग काफी ज्यादा है, लेकिन हैरानी इस बात की है रतन टाटा ने कभी शादी नहीं किया। हालांकि इसका अर्थ यह नहीं की उन्होंने कभी प्यार नहीं किया। हर ह्यूमन नेचर की तरह उनको भी प्यार हुआ था। 

रतन टाटा अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए विदेश गए थे, वहीं इनको एक लड़की से प्यार हुआ और वे शादी के बंधन में बंध जाते लेकिन उसी दौरान रतन टाटा की दादी की तबियत खराब हो जाती है जिस कारण रतन टाटा जी को विदेश से आनन फानन में भारत आना पड़ता है। यह साल वे होता है जब भारत-चीन की लड़ाई चरम सीमा पर होती है। इस डर के कारण रतन टाटा की प्रेमिका भारत नहीं आती और कुछ महीनों बाद उनकी प्रेमिका की शादी किसी होर से तय हो जाती है। 

7 कंपनियां जिनको डूबने से टाटा ने बचाया | Tata saved 7 companies

दोस्तों पूरी दुनिया में टाटा का वर्चस्व काफी बड़ा स्थापित हो चुका है। यह मात्र एक ही फील्ड में वर्क नहीं करती, अपितु हर फील्ड में टाटा की कंपनीज मौजूद है। यानी एक बड़े हवाई जहाज से लेकर छोटी चीजों तक तकरीबन 100 से ज्यादा कंपनी टाटा के पास है। आइए जानते हैं कुछ ऐसी 7 कंपनियों के बारे में जिसे टाटा ने बचाया। 

1. Tata Steel Europe

टाटा स्टील यूरोप, टाटा कंपनी की ही एक सब्सडियरी कंपनी है। जो असल में ब्रिटिश स्टील ने corus group के साथ मिलकर साल 1999 में शुरू किया था। लेकिन साल 2008 में आई ग्लोबल क्राइसेस की वजह से कंपनी बंद होने के कगार पर आ गई थी, जिसके बाद रतन टाटा ने इस कंपनी को खरीदा और आज टाटा स्टील यूरोप के नाम से कंपनी स्टील प्रोड्यूस करती है।

2. VSNL international Canada:-

कनाडा की सरकारी टेलीकॉम कंपनी VSNL साल 1950 में स्थापित हुई थी लेकिन साल 1987 में कंपनी को प्राइवेट करके बेच दिया गया। लेकिन इसके बावजूद कंपनी को प्रॉफिटेबल में नहीं बना पाया। कई बार खरीदे और बेचने के बाद कंपनी की ग्रोथ साल 2005 में बढ़नी शुरू हुई जब टाटा ने कंपनी को एक्वायर कर लिया। 

3. Starbucks coffee:-

दुनिया भर में अपनी कॉफी के लिए स्टारबक्स कंपनी का नाम बेहद फेमस है किंतु इंडिया में cafe coffee day के प्रचलित होने के कारण स्टारबक्स भारतीय बाजारों में अपनी पकड़ बनाने में असफल रहा था। इसी कारण 2012 में कंपनी ने 50-50% हिस्सेदारी के साथ टाटा के साथ हाथ मिलाया।

4. Air Asia India:-

एयरोप्लेन में सफर करने वाले लोगों में air Asia कंपनी एक जाना माना नाम है। 2013 में जब भारत की केंद्र सरकार ने एयरलाइंस में 49% एफडीआई को अप्रूवल दिया तब यह पहली विदेशी कंपनी थी जो भारत में अपना कारोबार शुरू करने जा रही थी, इसके लिए उनको एक ऐसे पार्टनर की जरूरत थी जो उनको बढ़ने में मदद करें, इसमें Air Asia की मदद टाटा कंपनी ने की थी। 

5. Croma:-

देश में सबसे बड़ा कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर में croma showroom का नाम सबसे ऊपर आता है। हर बड़े शहरों में इसका एक शोरूम मिल ही जाएगा। क्रोमा कंपनी भी टाटा कंपनी की ही सब्सिडियरी कंपनी है। 

6. Tetley tea:-

दुनिया भर में चाय पत्ती बेचने में सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार टेटली कंपनी की 100 फीसदी हिस्सेदारी टाटा कंपनी की ही सब्सिडियरी कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के पास है। दरअसल शुरुआत में तो कंपनी काफी अच्छे से ग्रो कर रही थी लेकिन बाद में काफी बड़ा नुकसान होने के कारण कंपनी को टाटा ने खरीद लिया और आज यह कंपनी अच्छे प्रॉफिट पर हैं।

7. Voltas:-

साल 1950 में स्विट्जरलैंड में वोल्टास कंपनी की स्थापना वोल्टास ब्रदर्स ने की थी। साल 1954 में कंपनी को इंटरनेशनल मार्केट में पहचान दिलाने के लिए कंपनी ने टाटा समूह से डील करली। आज वोल्टास कंपनी की पूरी ओनरशिप टाटा के पास ही है। वोल्टास ब्रदर्स के सम्मान में टाटा ने अभी तक इस कंपनी का नाम नहीं बदला है। 

दोस्तों इसके अलावा आप Tata-Ford के बीच घटी कहानी तो जानते ही होंगे अगर नहीं तो आप इस वीडियो लिंक में बेहतर से जान सकते हैं। आज टाटा ग्रुप जगुआर और लैंड रोवर जैसी बड़ी कार कम्पनियों के भी ऑनर हैं।

अब आपके सामने कुछ रतन टाटा से सबंधित रोचक तथ्यों से पर्दा उठाते हैं (Hindi Facts about Ratan Tata)।

6 Hindi Facts about Ratan Tata 

1. साल 1962 में रतन टाटा ने अपने करियर की शुरुआत टाटा समूह से की थी। 

2. रतन टाटा कंपनी के पांचवे अध्यक्ष बनाए गए थे, यह साल 1991 था।

3. साल 2000 में रतन टाटा को पद्मभूषण और 2008 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया था।

4. जेआरडी टाटा को कुत्तों से काफी लगाव रहा था, उन्होंने एक परंपरा शुरू की थी जिसके तहत बॉम्बे हाउस जो की टाटा का मुख्यालय है। वहां हर बारिश के मौसम में आवारा कुत्तों को शरण दी जाती थी यही परंपरा रतन टाटा ने भी चालू रखी। 

5. रतन टाटा ने 2009 में दुनिया की सबसे सस्ती कार बनाने का वादा किया था, उसे पूरा करते हुए टाटा ने nano car बनाके पूरा किया, जिसकी कीमत मात्र 1 लाख रुपए थी। 

6. रतन टाटा एक कुशल पायलट भी हैं। उनके पास पायलट का लाइसेंस भी हैं यही नहीं बल्कि वे 2007 में पहले भारतीय बने थे जिन्होंने F-16 falcon उड़ाई थी। 

निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने इस पोस्ट के जरिए Ratan Tata के बारे में Hindi Facts जानें। रतन टाटा भारत देश के लिए गर्व हैं। ऐसे ही सेलिब्रिटी फैक्ट्स जानने के लिए Aslisatya वेबसाइट पर आते रहें। 

धन्यवाद।

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