Happy Lohri 2021:- लोहड़ी क्यों बनाई जाती है, Amazing Facts से जानिए

Happy Lohri 2021 Festival की आप सभी को Aslisatya वेबसाइट की तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं। यह एक ऐसा त्योहार है जहाँ मौज मस्ती और भारतीय संस्कृति का बराबर मिश्रण है। हर साल 13 जनवरी को आने वाला Lohri Festival की कई खासियतें जिसके बारे में आज इसी शुभ दिन पर इस ब्लॉग के जरिए बताएंगे।

दोस्तों जैसे आज आपको भी ‘Whatsapp message‘ में ‘Happy Lohri 2021’ की शुभकामनाओं के साथ कुछ कोट्स भी मिल रहे होंगे लेकिन हम आपको कोट्स नहीं बल्कि लोहड़ी में खासियत मूंगफली और रेवड़ियां देंगे। अपने अपने हिस्से का ले लीजिएगा। बाद में कहीं भीड़ बढ़ गई तो कोई गारंटी नहीं।

 

भारत एक ऐसे देश की पैरवी करता है जहाँ हर Festival बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। लोहड़ी तो इस मौज मस्ती का प्रतीक ही बन चुका है। ठंड के मौसम में लकड़ियों को जलाकर उसकी ताप में बैठे मूंगफली और रेवड़ियां खाने का आनंद अलग ही होता है। साथ में पंजाबी गानों में भांगड़ा करना गिद्दे पाने का मजा इसी त्योहार में आता है। 

 

देश में मनाए जाने वाले हर त्योहार के पीछे कई unknown Amazing Facts होते हैं। जो पूर्वजों को तो पता होता है लेकिन युवाओं को नही पता होता। यह देश का दुर्भाग्य है। लेकिन इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से हम अपने युवा दोस्तों को Lohri Festival के unknown Amazing Facts के बारे में बताएंगे। 

 

Unknown Amazing Facts of Lohri Festival

Amazing Facts about Lohri Festival

लोहड़ी का नामकरण किया गया है। हैरान हो गए न? दरअसल कहने का मतलब है कि लोहड़ी का शुरुआती नाम ‘तिलोड़ी’ था जो कि दो शब्द ‘तिल’ और ‘रोड़ी’ (गुड़ की रोड़ी) से मिलकर बना था। 

 

लोहड़ी का नाम भी तीन शब्दों के मेल से बना है। यह तीनों शब्द का उपयोग लोहड़ी फेस्टिवल में जरूर होता है। ये तीन शब्द है ‘लकड़ी’, ओह यानी कि सूखे उपले और ड़ी यानी रेवड़ी। 

 

लोहड़ी का त्योहार वैसे तो पीक ठंड के अंत का दिन होता है लेकिन इसका जुड़ाव फसलों से भी किया जाता है। इसी दिन पहली फसल को काटकर तैयार किया जाता है। 

 

इस दिन की खासियत में सबसे महत्वपूर्ण दुल्ला भट्टी की कहानी को सुना जाता है। चलिए इस कहानी के बारे में जानते हैं।

 

Happy Lohri 2021 Festival से जुड़ी दुल्ला भट्टी की कहानी

 

यूं तो पंजाब में कई महान नायक पैदा हुए कई तो इनमें से देश को आज़ाद करवाने में अपनी अहम भूमिका निभा चुके तो कई देश के बॉर्डर पर सेना की वर्दी में तैनात हैं। कई खेलों में तो कई खेतों में पंजाब के नायक अपने कार्य करते हैं जिनपे पूरे देश को गर्व हैं। लेकिन लोहड़ी में जिन नायक की हम बात करेंगे वे है दुल्ला भट्टी। 

 

दुल्ला भट्टी को पंजाब का नायक कहा जाता था। जिस समय ये पंजाब में रहते थे उस वक्त लड़कियों को बेचने का कारोबार अपने चरम पर था। पंजाब में संदल बार नामक एक जगह पर लड़कियों को गुलाम बनाने के लिए अमीरों को बेच दिया जाता था। 

 

इन लड़कियों को न केवल दुल्ला भट्टी ने बचाया बल्कि उन सभी की एक पिता के तर्ज पर शादी भी करवाई। तभी Lohri Song में दुल्ला भट्टी का जिक्र सुनाई देता है।

 

दोस्तों यह थे Lohri Festival से जुड़ी हुई दुल्ला भट्टी की कहानी समेत कुछ unknown Amazing Facts, जो शायद आपने सुना न हो। 

 

अतः हम आप सभी को Happy Lohri 2021 को फिर से बेहद शुभकामनाएं देता हूँ।

 

धन्यवाद।

 

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